भारत के 10 प्रसिद्ध माँ लक्ष्मी के मंदिर, यहाँ आने से दूर होते हैं सारे आर्थिक संकट

भारत के हर हिस्से में माँ लक्ष्मी के कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है।  माता लक्ष्मी को धन और वैभव की देवी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करने से सभी आर्थिक संकट समाप्त हो जाते हैं।  माँ लक्ष्मी अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विशेषकर शुक्रवार को माँ लक्ष्मी के मंदिर में जाना शुभ होता है। आज के इस लेख में हम आपको देश में माँ लक्ष्मी के 10 सबसे प्रसिद्ध मंदिरों की जानकारी देंगे -

1.  पद्मावती का मंदिर, तिरुपति  
देवी पद्मावती का मंदिर तिरुपति के पास तिरुचुरा नामक गांव में स्थित है। तिरुपति बालाजी मंदिर के अलावा यह मंदिर भी तिरुपति का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है।  इस मंदिर को 'अलमेलमंगापुरम' के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार तिरुपति बालाजी के मंदिर में आने  श्रद्धालुओं की मनोकामना तभी पूरी होती है जब वे देवी पद्मावती का आशीर्वाद भी लें।


2.  स्वर्ण मंदिर, तमिलनाडु  
तमिलनाडु के वेल्लू जिले में स्थित महालक्ष्मी मंदिर को दक्षिण भारत का 'स्वर्ण मंदिर' कहा जाता है। यह मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्रमुख मंदिरों में से एक है।  100 एकड़ में फैला यह मंदिर चेन्नई से 145 किलोमीटर दूर पलार नदी के किनारे स्थित है। हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।  

3. पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल
पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के तिरुअनंतपुरम् में स्थित है।  यह मंदिर देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बहुत प्रसिद्ध है।  वैसे तो यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है का प्रसिद्ध मंदिर है, लेकिन यहां से अपार मात्रा में सोने का खजाना प्राप्त हुआ था।  पद्मनाम मंदिर का निर्माण त्रावणकोर के राजाओं ने करवाया  था। इस मंदिर का उल्लेख 9वीं शताब्दी के ग्रंथों में भी मिलता है।  हालांकि, मंदिर के मौजूदा स्वरूप का निर्माण 18वीं शताब्दी में करवाया गया था।

4.  महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई  
यह मंदिर मुंबई के बी।  देसाई मार्ग पर स्थित है।  महालक्ष्मी का यह भव्य मंदिर यहाँ रहने वाले लाखों लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मुंबई का महालक्ष्मी मंदिर पर्यटकों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है।  ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना अंग्रेजों के काल में हुई। कहा जाता है कि एक ठेकेदार रामजी शिवाजी के स्वप्न में देवी लक्ष्मी प्रकट हुईं और उन्हें समुद्र तल से देवियों की थीं प्रतिमाएं निकालकर मंदिर में स्थापित करने का आदेश दिया। महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में महालक्ष्मी, महाकाली एवं महासरस्वती तीनों देवियों की प्रतिमाएं एक साथ स्थापित हैं।

5.  महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर  
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में स्थितमहालक्ष्मी मंदिर देशभर में बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण चालुक्य शासक कर्णदेव ने सातवीं शताब्दी में करवाया था। इसके बाद शिलहार यादव ने 9वीं शताब्दी में इसका पुन:र्निर्माण करवाया था। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में देवी महालक्ष्मी की 4 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है, जिसका वजन लगभग 40 किलो है।  कहा जाता है कि लक्ष्मी जी की यह प्रतिमा लगभग 7 हजार साल पुरानी है।

 

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6.  लक्ष्मीनारायण मंदिर, दिल्ली
लक्ष्मीनारायण मंदिर दिल्ली के प्रमुख मंदिरों में से एक है।  इस मंदिर का निर्माण मूल रूप में 1622 में वीरसिंह देव ने करवाया था।  उसके बाद सन् 1793 में पृथ्वीसिंह ने इसका जीर्णोद्धार करवाया था।  इसके बाद बिड़ला परिवार ने सन् 1938 में इस मंदिर का विस्तार और पुनरुद्धार करवाया था।  इसी वजह से इस मंदिर को बिड़ला मंदिर के नाम से जाना जाता है।

7.  महालक्ष्मी मंदिर, इंदौर  
इंदौर शहर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर मध्य प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में से एक है।  इस मंदिर को इंदौर के हृदयस्थल राजवाड़ा की शान कहा जाता है।  इंदौर के महालक्ष्मी मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1832 में मल्हारराव (द्वितीय) ने कराया था। इस मंदिर में तीन तल थे लेकिन 1933 में आग के कारण मंदिर तहस-नहस हो गया था। इसके बाद 1942 में मंदिर का पुनः जीर्णोद्धार कराया गया था। देवी लक्ष्मी के इस भव्य मंदिर में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।  

8.  चौरासी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
चंबा से 65 किलोमीटर दूर भरमौर जिला नगर में स्थित चौरासी मंदिर हिमाचल प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में से एक है। चौरासी मंदिर महालक्ष्मी के साथ गणेशजी और नरसिंह भगवान की मूर्ति भी स्थापित है। चंबा की प्राकृतिक सुंदर वादियों के बीच बसे इस मंदिर को लेकर लोगों में बहुत आस्था है।    

9.  लक्ष्मीनारायण मंदिर, चंबा  
हिमाचल के चंबा में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में बहुत आस्था है।  यह मंदिर अपनी पारंपरिक वास्तुकारी और मूर्तिकला के लिए भी जाना जाता है। यह मंदिर चंबा के 6 प्रमुख मंदिरों में यह मंदिर सबसे विशाल और प्राचीन है। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में राजा साहिल वर्मन ने करवाया था।

10. अष्टलक्ष्मी मंदिर, चेन्नई
अष्टलक्ष्मी मंदिर चेन्नई के इलियट समुद्र तट के पास स्थित है।  यह मंदिर लगभग 65 फीट लम्बा और 45 फीट चौड़ा है। इस मंदिर के चार तलों पर बने आठ कमरों में देवी लक्ष्मी के आठ स्वरूप स्थापित है। इस मंदिर के दूसरे तल पर देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित है।