'पहाड़ियों की काशी' के नाम से मशहूर है यह शहर, जानें इसके बारे में

हिमाचल प्रदेश का मंडी शहर ब्यास नदी के तट पर स्थित है। इस शहर में 300 से भी अधिक प्राचीन मंदिर हैं जिसकी वजह से इसे  'पहाड़ियों की काशी' या 'पहाड़ियों का वाराणसी' भी कहा जाता है। देवदार के पेड़ों और चाय के बागानों से घिरा यह शहर प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। खूबसूरत पहाड़ियों और झीलों के बीच बसा यह शहर यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। आज के इस लेख में हम आपको मंडी के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे में बताएंगे -  

पराशर झील 
पराशर झील मंडी से लगभग 49 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक बर्फीली झील है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 2730 मीटर है। इस झील का पानी सर्दियों में नीला और गर्मियों में सफेद रंग का लगता है। यहाँ पर एक तीन मंजिला शिवालय है, जो ऋषि प्रशार को समर्पित है। प्रसार झील के पास आप ट्रेकिंग और कैम्पिंग कर सकते हैं। यहाँ की बर्फ से घिरी चोंटियां, हरी-भरी घाटियाँ, नदियाँ और झीलें यहाँ आने वाले पयटकों को एक बेहतरीन ट्रेकिंग अनुभव प्रदान करती हैं।

भूतनाथ मंदिर
भूतनाथ मंदिर मंडी के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर का इतिहास 1520 के दशक का माना जाता है। यह मंदिर उतना ही पुराना है जितना पुराना मंडी शहर है।मंडी शहर के केंद्र में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मार्च के महीने में भूतनाथ मंदिर में शिवरात्रि का त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। दूर-दूर से पर्यटक इस मंदिर में दर्शनों के लिए आते हैं। 

बड़ौत 
बड़ौत, मंडी से लगभग 67 किलोमीटर दूर स्थित एक खूबसूरत गाँव है। अगर आप एक या दो दिन घूमने की कोई जगह तलाश रहे हैं तो यह जगह आपके लिए बहुत अच्छी है। यहाँ के मनोरम दृश्य और अनपेक्षित हवा दुनिया भर के यात्रियों को यहाँ दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए आकर्षित करती है। यह जगह ट्रेकर्स के लिए स्वर्ग के सामान है। क्योंकि यह स्थान अपने कई ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए गाँव से होकर गुजरता है और इसलिए यह एक पसंदीदा ट्रेकिंग स्थल भी है।

भीमा काली मंदिर 
भीमा काली मंदिर मंडी में ब्यास नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर देवी भीमा काली को समर्पित है। यह मंदिर एक संग्रहालय में विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों को भी प्रदर्शित करता है। मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर भगवान कृष्ण ने बाणासुर नामक राक्षस से युद्ध किया था।

धौलाधार घाटी
धौलाधार घाटी बाहरी हिमालय की चोटियों के दक्षिणी क्षेत्र पर स्थित है, जो कांगड़ा और मंडी के उत्तर की ओर बढ़ती है। 5639 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हनुमान जी का टिब्बा इस चोटी का सबसे ऊँचा पर्वत है। लेकिन यह रेंज अलग-अलग स्थलाकृति के कारण लोकप्रिय है। आसपास के घास के मैदान और वन रेंज में दुनिया भर से बहुत सारे प्रशंसक हैं।

कामरू नाग झील 
कामरू नाग झील मंडी की प्रसिद्ध जगहों में से एक है जो कि मंडी-करसोग मार्ग पर स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3334 मीटर है। यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह ट्रेकिंग का खास अनुभव प्रदान करती है। बर्फ से ढके धौलाधार और बाहु घाटी से घिरी यह झील बेहद आकर्षक नज़र आती है। कामरू नाग झील के पास एक कामरू नाग मंदिर है जो हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है।