छुट्टियों में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो जाएं मेलाघर, यहाँ आपको मिलेगा सुकून

मेलाघर, त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले में स्थित है। यह गाँव त्रिपुरा के सबसे  प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ आप त्रिपुरा की संस्कृति और सुंदरता को करीब से अनुभव कर सकते हैं। इस अद्भुत गाँव के इतिहास के बारे में बहुत कम जानकारी है। ऐसा माना जाता है कि यह गाँव कई शताब्दियों पहले स्थापित किया गया था। आप इस गाँव की सीमाओं के भीतर कई प्राचीन स्थल भी देख सकते हैं। हालांकि, यह गाँव यहाँ स्थित नेहरमहल के लिए बहुत लोकप्रिय है, जो वर्ष 1938 में निर्मित एक झील महल है। मेलाघर अपनी सदियों पुरानी संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। यहाँ पर कई त्योहारों को बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है, जैसे कि दुर्गा पूजा, काली पूजा और रथ यात्रा, जो राज्य के सबसे पुराने मेलों में से एक है। 

मेलाघर की खासियत 
प्रकृति प्रेमियों के बीच मेलाघर एक लोकप्रिय गंतव्य है। एक ओर, आप इसकी आरामदेह झील को निहार सकते हैं और नेहरमहल के प्राचीन गलियारों से गुजर सकते हैं और दूसरी ओर, आप इसके मंदिरों में देवत्व की सुंदरता और स्थानीय लोगों के साथ मिल कर संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। नीरमहल और रुद्रसागर झील के अलावा, यहाँ घूमने के लिए प्रमुख स्थानों में वीरमम्मा काली मंदिर और मेलघर काली मंदिर शामिल हैं। यहां पर कई सुंदर बाजार भी हैं।

मेलाघर घूमने का सबसे अच्छा समय? 
मेलाघर में साल भर मौसम अच्छा रहता है  इसलिए आप साल में कभी भी मेलाघर घूमने जा सकते हैं। मेलाघर जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक है। इस समय यहाँ का मौसम बहुत अधिक सुहावना रहता है।

मेलाघर कैसे पहुंचे 
हवाई मार्ग द्वारा : यदि आप हवाई यात्रा करना चाहते हैं, तो मेलाघर पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका है अगरतला हवाई अड्डे पर उतरकर वहां से मेलाघर के लिए एक टैक्सी ले लें। हवाई अड्डा मेलघर से लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित है और इसलिए आपको हवाई अड्डे से मेलाघर पहुँचने के लिए 2 घंटे का समय लगेगा। 

रेल मार्ग द्वारा : मेलाघर से प्रमुख रेलवे स्टेशन अगरतला में स्थित है। इसलिए आपको अगरतला रेलवे स्टेशन पर उतरकर वहां से एक टैक्सी ले लें। 

सड़क मार्ग द्वारा : मेलाघर के पास सड़कों की अच्छी व्यवस्था है और आप सड़क मार्ग द्वारा यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं।