भारत के स्विट्जरलैंड मणिपुर में घूमने के लिए हैं कई आकर्षक जगहें

भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध नॉर्थ ईस्ट में स्थित राज्य मणिपुर घूमने की दृष्टि से अपने आप में बहुत खास है। मणिपुर में शहीद मिनार, पुराना महल, संग्रहालय, गोविंदजी का मंदिर और विष्णुपुर की झील विशेष रूप से देखने योग्य हैं। मणिपुर का भाला नृत्य विश्वभर में प्रसिद्ध है। इस नृत्य को देखने के लिए दुनिया भर से टूरिस्ट यहां आते हैं। इस नृत्य के अलावा मणिपुरी की कुश्ती और तलवारबाजी भी पर्यटकों को खूब भाती है। ऐसे में अगर आप भी मणिपुर जाने का प्लान बना रहे हैं तो आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की आप मणिपुर में कहां-कहां घुमने जा सकते हैं।

इंफाल

मणिपुर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से मणिपुर की राजधानी इम्फाल सबसे ज्यादा खास है। इम्फाल मणिपुर का सबसे बड़ा शहर है। इम्फाल बहुत ही आकर्षक स्थान है जोकि अपनी हरी-भरी वादियों और आकर्षक प्राकृतिक वातावरण के साथ इस शहर की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगा देता है। इम्फाल में कई झील हैं जहां घूम कर आपको बहुत अच्छा लगेगा। 

लोकटक लेक और सेंद्रा द्वीप

सेंद्रा द्वीप लोकटक लेक के बीचो बीच किसी ऊपर उठे हुए पहाड़ की तरह दिखता है। लोकटक लेक, नॉर्थ ईस्ट का सबसे बड़ा फ्रेशवॉटर लेक है। लेक के सामने बेहद खूबसूरत छोटे-छोटे आइलैंड हैं। यह जगह जितनी खूबसूरत है, उतनी ही एडवेंचर्स भी, यहां पर आप बोटिंग, केनोइंग और दूसरे वॉटर स्पोर्ट्स ऐक्टिविटीज में शामिल हो सकते हैं।

सेक्टा पुरातत्व लिविंग संग्रहालय

प्राकृतिक स्थानों के अलावा आप यहां इतिहास को प्रदर्शित करने वाले स्थलों की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। इस संग्रहालय का निर्माण उस स्थान पर किया है जहां कभी अतीत से जुड़े खजाने होने की बात कही जाती थी, हालांकि खजाने से जुड़े अभी तक कोई ठोस प्रमाण यहां से प्राप्त नहीं किए गए हैं। इस म्यूजियम में 14वीं शताब्दी की अद्वितीय प्राचीन वस्तुओं का एक बड़ा संग्रह मौजूद है, जो यहां की आदिवासी इतिहास और लोकसंस्कृति को बहुत ही अच्छे ढ़ग से प्रदर्शित करता है।

मणिपुर राज्य संग्रहालय

मणिपुर राज्य संग्रहालय को सिर्फ एक संग्रहालय नहीं कहा जा सकता है क्योकि यहां समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयाजोन किया जाता है जो राज्य की संस्कृति को भली-भांति प्रदर्शित करता है। इस संग्रहालय का उद्घाटन भारत की स्वर्गीय पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने 1969 में किया था। लोगों को सामाजिक रूप से जागरूक करने का लिए इस संग्रहालय की भूमिका काबीलेतारीफ है।

श्री गोविन्द जी मंदिर 

बेहद ही खास ढंग से बना भगवान कृष्ण का ये मंदिर अपने आप में बेजोड़ है। इस मंदिर में हर साल दुनिया के अलग-अलग कोने से लोग आते हैं। अगर आप गोविंदजी मंदिर जाएं तो सुबह 11 बजे के बाद मिलने वाला भोजन प्रसाद ज़रूर ग्रहण करें। यहाँ शाम की आरती और फेमस मणिपुरी रास भी देखने योग्य है।

तामेंग्लोंग

मणिपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक तामेंग्लोंग शहर है जो की संतरों की खेती के लिए बहुत फेमस है। तामेंग्लोंग बहुत ही सुन्दर जगह है और यहाँ खूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र के साथ-साथ खूबसूरत झरने भी देखने योग्य हैं। तामेंग्लोंग में आने वाले पर्यटकों को कई प्रकार की वनस्पति और अनोखे जीवों की प्रजातियों की जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलता है। तामेंग्लोंग में जानवरों के लिए चिड़िया घर भी है जो पर्यटकों को अपनी और खीचता है। 

सेनापति जिला

मणिपुर स्टेट में घूमने लायक जगहों में से एक प्रमुख जगह है सेनापति जिला। यह क्षेत्र 80 प्रतिशत वनों से घिरा हुआ है। सेनापति ग्रामीण क्षेत्र है जहां आकर पर्यटकों को गाँव से जुड़ी जानकारी मिलती है। सेनापति के लोग पर्यटकों की यात्रा को और भी सुहाना बना देते हैं। आप यहाँ के लोगो के साथ समय बिताने के बाद उन लम्हों को कभी नहीं भूल पायेंगे।

खोंगजोम 

खोंगजोम मणिपुर की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। भारत के इतिहास में रूचि रखने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह बहुत ही शानदार है। खोंगजोम में वीर बहादुर शहीद शैनिकों की याद में बहुत बड़ा स्मारक बना हुआ है जो पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। आपको बता दें यहाँ पर सेनानियों को श्रधांजलि प्रदान की जाती है। 

केबुल लमजाओ नैशनल पार्क

केबुल लमजाओ नैशनल पार्क संगाई नाम की स्थानीय प्रजाति वाली दुर्लभ हिरण का घर है। यह नैशनल पार्क प्रसिद्ध लोकटक लेक के किनारे पर स्थित है और संगाई हिरणों का प्राकृतिक आवास है। इस पार्क की सबसे अनोखी बात यह है कि यह पानी पर तैरता हुआ पार्क है।

कांगला पैलेस

कांगला मेइती शब्द से आया है, जिसका अर्थ है 'शुष्क भूमि'। कांगला के पैलेस को आमतौर पर कांगला किले के रूप में जाना जाता है, जो इंफाल नदी के तट पर स्थित है। आपको बता दें की इस पैलेस को एक किले के शहर के रूप में वर्णित किया जा सकता है। हालांकि इसका ज्यादा भाग अब खंडहर बन गया है। मेइती राजाओं, जिन्होंने मणिपुर पर शासन किया था, उन्होंने कांगला पैलेस को निवास स्थान के रूप में भी प्रयोग किया था।

थौबल

मणिपुर के दार्शनिक स्थलों में शामिल थौबल एक ऐसी जगह है जहाँ पिकनिक का असली मजा आता है। थौबल में पर्यटक ट्रेकिंग करने का आनंद उठा सकते हैं और इसके साथ ही यहाँ की एक पैदल लम्बी यात्रा होती है, जिसका अपना ही अलग मजा होता है। पर्यटकों को यह स्थान बहुत ही आकर्षक और मनमोहक लगता है।