अगर आप भी बना रहे हैं मुन्नार जाने का प्लान तो जाए इन पांच जगहों पर

मुन्नार दक्षिण-पश्चिमी भारतीय राज्य केरल के इडुक्की जिले में स्थित एक शहर और हिल स्टेशन है। मुन्नार समुद्र तल से लगभग 1,600 मीटर (5,200 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है। मुन्नार दक्षिण भारत का बेहद ही खूबसूरत और पॉप्युलर हिल स्टेशन है जिसकी वजह से मुन्नार को "दक्षिण भारत का कश्मीर" भी कहा जाता है। यहां की हरियाली, चाय के बागान और खूबसूरत साइट्स की वजह से यह भारत के फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशंस में से एक है। केरल का खूबसूरत हिस्सा मुन्नार उन लोगों के लिए बेस्ट है जो नेचर लवर हैं। 

मुन्नार घुमने के लिए एक बहुत अच्छी जगह है। जहा बहुत सारे पॉइंट है, जहा आप तरह तरह के एक्टिविटीज भी कर सकते है। तो आज हम आपको बताएंगे की आप मुन्नार में कब और कहा कहा घुमने जा सकते हैं।

इको पॉइंट

600 फुट की ऊँचाई पर और मुन्नार से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर, इको पॉइंट एक खुबसूरत झील और धुंधली पहाड़ियों की गोद में हरे भरे पेड़ों से ढँका हुआ है। जैसा कि नाम से पता चलता है, अगर आप यहा पर कुछ बोलते हैं या चिल्लाते हैं तो आपकी आवाज गूंजती है जो लोगो को बहूत आकर्शित करती है।

आप यहां पहाड़ियों के कोमल ढलानों के आसपास एक शांतिपूर्ण सैर कर सकते हैं, या झील के शांत पानी में बोट राइडिंग कर सकते हैं। इको पॉइंट बर्डवॉचर्स के लिए स्वर्ग है, क्योंकि यहां कई देशी पक्षियों को देखा जा सकता है। 

एतुक्कड़ वॉटरफॉल 

खूबसूरत पहाड़ियों और हरे भरे जंगलों के बीच, मुन्नार से 2 किमी दूर स्थित, यह प्राचीन झरना रोमांटिक एस्कैप्ड और पिकनिक स्थल के लिए जाना जाता है। हालाँकि, अट्टुकद की सड़क थोढी खराब है और इस पर ड्राइव करने के लिए बहुत अनुभव की आवश्यकता होती है।

पोथामेदु व्यू प्वाइंट

मुन्नार से 5 किमी दूर स्थित पोथामेडु व्यू प्वाइंट, स्ट्रेचिंग हिल्स और हरे भरे पहाड़ों से सुशोभित है। कोई भी क्षेत्र के चाय, कॉफी और इलायची के शानदार दृश्यों का आनंद ले सकता है। यह सुंदर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने का एक आदर्श स्थान है।

फोटो प्वाइंट

यह बिंदु एक उत्कृष्ट फोटोग्राफिक स्थल के रूप में जाना जाता है, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है। बहुत से लोग इस स्थान पर रुकने का विकल्प नहीं चुनते हैं क्योंकि यहां देखने के लिए बहुत कुछ नहीं है, लेकिन एक बार जब आप कार से उतरते हैं और चारों ओर का नजारा देखते हैं, तो यह भव्य वातावरण आपको अपनी तरफ अट्रैक्ट कर लेता है।

फोटो प्वाइंट क्षेत्र की देसी वनस्पतियों के आकर्षण का अनुभव करने के लिए आदर्श स्थान है। धीरे-धीरे लुढ़कने वाली पहाड़ियों, बड़बड़ाती हुई झाड़ियों और चांदी की ओट से चमकती हुई इस जगह की सुंदरता इसकी सादगी को बढ़ाती है। पन्ना चाय के बागानों के खिलाफ फ़िरोज़ा आकाश एक लुभावनी दृष्टि है।

टाटा टी या केडीएचपी संग्रहालय

मुन्नार से लगभग 2 किमी दूर टाटा टी के नालथननी एस्टेट में स्थित, केडीएचपी संग्रहालय विभिन्न प्रकार की प्राचीन वस्तुओं को प्रदर्शित करता है।

जाने का समाय

खुशनुमा मौसम की वजह से सितंबर से मार्च का समय मुन्नार जाने का सबसे अच्छा समय है। अप्रैल - जून थोड़ा गर्म होता है, लेकिन इस मौसम में मुन्नार की यात्रा कर सकते हैं। लेकिन मानसून के मौसम जुलाई और अगस्त में भारी बारिश होती है जो आपकी यात्रा की योजना को खराब कर सकता है, इसलिए इस समय में जाने से बचना चाहिए।

मन्नार तक पहुंचने का तरीका

मन्नार तक पहुंचने के कई तरीके हैं और यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। देश के किसी भी हिस्से से आप यहां तक वायु, रेल या सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। मुन्नार का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कोचीन इंटरनैशनल एयरपोर्ट है और एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन सबसे पास का रेलवे स्टेशन। देखें, कैसे पहुंच सकते हैं मुन्नार

वायूमार्ग से

कोचीन एयरपोर्ट मुन्नार का करीबी एयरपोर्ट है, इनके बीच की दूरी 110 किमी है। मुंबई से मुन्नार पहुंचने के लिए फ्लाइट बेस्ट ऑप्शन है। मुंबई से आप कोचीन पहुंच सकते हैं और यहां से आपके पास कई ऑप्शंस हैं। बेंगलुरु से भी कोचीन की फ्लाइट आसानी से मिल जाएगी। कोचीन एयरपोर्ट से मुन्नार 3 घंटे में पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग से

सड़क मार्ग से मन्नार का सफर काफी अच्छा है क्योंकि सफर करते समाय रास्ते में आपको कई खूबूसरत नजारे देखने को मिलेंगे। कोयंबटूर, कोझिकोड, कोच्चि, वायनाड और मदुरै से आपको आराम से स्टेट बसें मिल जाएंगी। बेंगलुरु से भी मन्नार के लिए बस मिलती है जिससे 10 से 11 घंटे लगते हैं।

ट्रेन से

कोच्चि का एर्नाकुलम जंक्शन रेलवे स्टेशन मुन्नार से करीब 130 किमी दूर है। यहां के लिए भारत के ज्यादातर शहर से आसानी से ट्रेन मिल जाती हैं। रेलवे स्टेशन के बाहर मुन्नार तक के लिए टैक्सी की सुविधा है।