दुनिया की पाँच ऐसी रहस्मयी जगहें जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे

हमारा पूरा संसार अजूबों और रहस्यों से भरा हुआ है। दुनिया में ऐसी कई अनोखी और रहस्यमयी जगहें हैं जिनके बारे में जानकार लोग दंग रह जाते हैं। इनमें से कई रहस्यों के पीछे की गुत्थी तो वैज्ञानिक भी अभी तक नहीं सुलझा पाए हैं। आप भी जब इन जगहों के बारे में जानेंगे तो दंग रह जाएंगे। कहीं साँपों का द्वीप है तो कहीं धरती आग उगलती है। आइए जानते हैं इन रहस्मयी जगहों के बारे में - 

इलाहा दा क्यूइमादा , ब्राजील 
ब्राजील के साओ पाउलो से महज 20 मील की दूरी पर स्थित इलाहा दा क्यूइमादा को साँपों का द्वीप कहा जाता है। यहाँ पर गोल्डन लांसहेड वाइपर नाम के हजारों विषैले साँप रहते हैं। ये साँप यहाँ कैसे आए और इसके पीछे क्या रहस्य है, यह आज तक कोई नहीं जान पाया है। ब्राजील सरकार ने इस द्वीप पर किसी भी व्यक्ति के आने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।

सेंटिनल द्वीप, अंडमान
अंडमान के सेंटिनल द्वीप पर आम लोगों के जाने पर प्रतिबंध है। इस द्वीप के बारे में कहा जाता है कि यहाँ खतरनाक आदिवासी रहते हैं जिनका बाहरी दुनिया  से कोई संपर्क नहीं है। ये आदिवासी ना तो खुद इस द्वीप से बाहर आते हैं और ना ही किसी बाहरी व्यक्ति को यहाँ आने देते हैं। इसके पीछे क्या कारण है, यह आज तक कोई नहीं जान पाया है। 

डेथ वैली, अमेरिका
इस जगह को दुनिया की सबसे गर्म जगह माना जाता है। यहाँ इतनी गर्मी पड़ती है की यहाँ किसी का भी रह पाना नामुमकिन है। कभी-कभी तो यहां का तापमान 130 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। साल 1913 में यहाँ 134।06 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इस जगह पानी की इतनी किल्ल्त है कि यहाँ पानी का निशान तक नहीं हैं। वहीं अगर कहीं पानी मिल भी जाए तो वह इतना खारा होता है, जिसे पिया नहीं जा सकता।

नोरिल्स्क, रूस
रूस के नोरिल्क्स शहर में बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है। यहाँ का औसतन तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहता है। वहीं सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 55 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। इस शहर में साल में दो महीने तक अंधेरा रहता है। यहाँ हवा के तेज़ झोंकों को पूरी तरह से रोकना लगभग नामुमकिन है। यहाँ पर दिन में 24 घंटे खानों और फैक्ट्रियों का संचालन होता है जिसकी वजह से यह शहर बहुत प्रदूषित है। यहां की हवा में तांबा, निकल और सल्फर डाइऑक्साइड की उच्च सांद्रता होने के कारण यहाँ साँस लेना मुश्किल हो जाता है। 

दनाकिल रेगिस्तान, इथोपिया
इथोपिया के इस क्षेत्र में 62 हजार मील से अधिक क्षेत्र में रेगिस्तान फैला है। दनाकिल रेगिस्तान के बारे में कहा जाता है कि यहाँ की गर्मी धरती पर नर्क की आग का अहसास कराती है। इस रेगिस्तान में पूरे साल न्यूनतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहता है। कभी-कभी तो पारा 145 डिग्री सेल्सियस भी हो जाता है। इस जगह इतनी भीषण गर्म होती है इसलिए नेशनल जियोग्राफिक ने इसे  'क्रुअलेस्ट प्लेस ऑन अर्थ' कहा है, जिसका मतलब है पृथ्वी पर सबसे क्रूर जगह।