ये हैं देश के सबसे साफ और सबसे गंदे शहर, इंदौर लगातार चौथी बार बना देश का सबसे साफ शहर

हर साल होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार भी मध्य प्रदेश का इंदौर शहर लगातार चौथी बार टॉप पर है। हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण 'स्वच्छ सर्वेक्षण- 2020' के नतीजे घोषित किए गए हैं जिसमें इंदौर को शीर्ष स्थान हालिस हुआ है। इंदौर के बाद दूसरे स्थान पर सूरत है और तीसरा स्थान नवी को मुंबई मिला  है। देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने 2015 में स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत की थी। इस साल 28 दिनों के भीतर यह सर्वेक्षण देश के 4242 शहरों में किया गया जिसमें 1।9 करोड़ लोगों ने अपनी राय रखी। इस सर्वेक्षण में देश के सबसे साफ़ शहरों के साथ-साथ सबसे गंदे शहरों की घोषणा भी की गई। बिहार की राजधानी पटना को देश का सबसे गंदा शहर घोषित किया गया है। सबसे गंदे शहरों की लिस्ट में बिहार के बाद दूसरे नंबर पर पूर्वी दिल्ली और तीसरे नंबर पर चेन्नई है। आइए जानते हैं कि किन वजहों से इंदौर को देश का सबसे साफ़ शहर का खिताब मिला है -  

इस तरह बना इंदौर भारत का सबसे साफ शहर 
इंदौर में नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और इसका महत्व समझाने में शहर की नगर पालिका हुए सफाई कर्मचारियों का बड़ा योगदान है। इंदौर में प्रतिदिन साढ़े आठ हज़ार से ज़्यादा कर्मचारी दिन-रात शहर को स्वच्छ बनाने के काम में जुटे रहते हैं। नगर पालिका ने इंदौर के नागरिकों को गीले कूड़े और सूखे कूड़े के लिए अलग-अलग कूड़ेदानों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा इंदौर से सार्वजनिक कूड़ेदान हटा दिए गए हैं और इसकी जगह सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करते हैं। शहर के करीब 35 हजार घरों में गीले कचरे से नेचुरल कंपोस्ट बनाने वाली इकाइयां लगी हैं। इसके साथ ही इंदौर में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के ​कंटेनर्स के आकार और क्षमता को भी बढ़ाया दिया गया है। अब एक कूड़ा उठाने वाली गाड़ी 1 हजार घरों से कूड़ा इकट्ठा करती है। इसके अलावा इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों के इस्तेमाल पर भी काफी पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इंदौर शहर के प्रशासन और वहाँ के नागरिकों के प्रयासों के कारण ही यह देश का सबसे साफ शहर बन पाया है। 

दूसरे स्थान पर है सूरत 
भारत के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में गुजरात के सूरत को दूसरा स्थान मिला है। सूरत गुजरात का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर है और यहाँ की आबादी लगभग 40 लाख है लेकिन यहाँ का प्रशासन शहर को साफ-सुथरा रखने में लगातार प्रयास करता रहता है। सूरत के नागरिक भी शहर की स्वच्छता के प्रति काफी जागरूक हैं जिसकी वजह से यह शहर काफी साफ-सुथरा है। 

नवी मुंबई को मिला है तीसरा स्थान 
महाराष्ट्र के सबसे साफ शहरों में नवी मुंबई पहले नंबर पर आता है, वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में इसे तीसरा स्थान मिला है। नवी मुंबई में करीब 11 लाख लोग रहते हैं लेकिन पुरानी मुंबई की तुलना नवी मुंबई ज़्यादा साफ-सुथरी है। नवी मुंबई में लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और जानकारी है। 

ये हैं देश के सबसे गंदे शहर 
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के मुताबिक पटना देश का सबसे गंदा शहर है। बिहार की राजधानी पटना में साफ़-सफाई की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण इसे देश का सबसे गंदा शहर घोषित किया गया है। बिहार के बाद देश के सबसे गंदे शहरों की लिस्ट में पूर्वी दिल्ली दुसरे नंबर पर है। इन दो शहरों के बाद लिस्ट में चेन्नई को तीसरा स्थान मिला है।