प्रकृति के गोद में स्थित महाराष्ट्र का यह शहर, पर्यटन की दृष्टि से बेहद खास है

खूबसूरती का अवलोकन करना बेहद ही खास होता है। प्रकृति से जुड़ी वस्तुओं को देखने और उन्हें परखने का मजा ही अलग होता है। प्राकृतिक खूबसूरती के नजारे को खुली आंखों से देखना कौन नहीं चाहता है। प्रकृति के खूबसूरत जगहों में से एक जगह ऐसा है, जहां आप प्रकृति को नजदीक से महसूस कर सकते हैं। यह छोटे से राज्य महाराष्ट्र का हिल स्टेशन माथेरान है।

माथेरन प्रकृतिक  खूबसूरत स्थानों में विख्यात है। यहां पहाड़ियों से घिरी जगह और हरे भरे जंगल देखे जा सकते हैं। यहां तेंदुए, हिरण, मालाबार, गिलहरी, लोमड़ी, जंगली सुअर, मैंगोज, और लंगूर जैसे जानवर पाए जाते हैं। यहां खुली आँखों से प्रकृति के हर उस वस्तुओं का दीदार किया जा सकता है, जिसे कवि के कविताओं में सिर्फ महसूस किया जाता है। माथेरन को पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। यही सबसे खास वजह है इस क्षेत्र के यह पर्यावरणीय खूबसूरती, प्राकृतिक नमूने पर्यटकों का दिल जीत लेते हैं। 

पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण यहां गाड़ियों को ले जाने की इजाजत नहीं है। वाहन प्रतिबंधित होने के कारण यहां शांति का बेहतर अनुभव किया जा सकता है। माथेरान में कुल 38 ऐसे आउटलुक प्वाइंट है, जहां से पहाड़ियों की खूबसूरती और हरियाली का दीदार किया जा सकता है। यहां के प्राकृतिक स्थलों का दर्शन करने मात्र से शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

परिचय 
माथेरान मुंबई के जिले रायगढ़ में स्थित प्राकृतिक खूबसूरती से भरा छोटा सा हिल स्टेशन है।यह मुंबई 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समुद्री तल से 700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। माथेरान शहरी नागरिकों के लिए एक सप्ताहांत बिताने के लिए लोकप्रिय प्राकृतिक स्थल है। भागदौड़ भरी जिंदगी से परेशान लोग यहां छण भर का सुकून प्राप्त कर सकते हैं। आंखों से प्रकृति की हरियाली और कानों से झरने की आवाज लोगों को माथेरान के धुन में बेसुध कर देती है।

माथेरन का आकर्षण 
महाराष्ट्र का यह खूबसूरत हिल स्टेशन पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। यहां की खूबसूरती के अवलोकन कर चुके लोग और अन्य लोगों द्वारा इसे स्वास्थ्य आरोग्य आश्रम कहा जाता है।

यहाँ सूखे सूखे पेड़ों का संग्रह,पहाड़ों की खूबसूरती, हरे भरे वन, जंगली जानवर, बहते हुए झरने आदि का आनंद लिया जा सकता है।
 
माथेरन में एक मात्र स्वचालित वाहन इसकी नगर पालिका द्वारा संचालित एक एंबुलेंस है, इसके अलावा यहां पर किसी भी व्यक्ति को निजी वाहन लाने की इजाजत नहीं है। यहां यातायात के बड़े साधन के रूप में घोड़े और हाथी से खींचे जाने वाले रिक्शे उपलब्ध है।

माथेरन पहुंचने के रास्ते 

हवाई मार्ग 
मुंबई एयरपोर्ट माथेरान के सबसे नजदीक है। यह माथेरान से मात्र 100 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं पुणे एयरपोर्ट 120 किलोमीटर पर है। एयरपोर्ट से बस या टैक्सी के जरिए सीधे माथेरान जाया जा सकता है। माथेरान में वाहनों के प्रवेश वर्जित होने के कारण यह वाहन शहर से करीब 2.5 किलोमीटर बाहर ही छोड़ देते हैं। यहां से रिक्शा या घोड़े की सवारी के जरिये जाया जा सकता है।

रेल मार्ग 
माथेरान से सबसे करीब नेरल रेलवे स्टेशन हैं। यहां से माथेरान की दूरी मात्र 21 किलोमीटर है। मुंबई या पुणे पहुंचने के बाद यहां से डेक्कन एक्सप्रेस या शहद्रि एक्सप्रेस के जरिए नेरल स्टेशन तक जाया जाता है। नेरल से मात्र तीस मिनट की दूरी पर माथेरान है। 

नेरल से माथेरान पहुंचने का एक और रास्ता है, यह रास्ता ट्वॉय ट्रेन के जरिये प्राकृतिक नजारों और खूबसूरत स्थानों के बीच से गुजरता है। इस रास्ते के जरिए पहुँचने में दो घंटे का वक्त लगता है।

सड़क मार्ग 
मुंबई या पुणे से माथेरान के लिए स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस ले सकते हैं। अपने स्वयं के वाहन से जाने पर गाड़ी दस्तूरी पॉइंट में पार्क किया जाता है। पार्क करने के बाद शहर के अंदर पैदल ही जाना होता है।