उत्तर पूर्व में स्थित राज्य सिक्किम, प्राकृतिक खूबसूरती का बेहतरीन नमूना है

उत्तर पूर्व का सिक्किम राज्य प्रकृतिक सुंदरता का बहुत ही खूबसूरत उदाहरण है। सिक्किम राज्य की राजधानी गंगटोक का है। सिक्कीम की यह खूबसूरती को शब्दों में बया कर पाना बहुत  ही कठिन है। सिक्कीम पश्चिम में नेपाल, उत्तर तथा पूर्व में चीनी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व में भूटान के सीमा से लगा हुआ है। 

ऐसा माना जाता है कि यह राज्य का आकार अंगूठे जैसा है। यहां के बर्फीले पहाड़, बड़े-बड़े पेड़ और पारंपरिक धरोहर है। यहाँ प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही फूलों के बगान देखने लायक होते हैं। विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी कंचनजंगा यहीं मौजूद है। पहाड़ों, जलाशयों, बगीचों वाला राज्य सिक्किम पूर्वोत्तर की खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। तो चलिए जानते हैं इस खूबसूरत राज्य की प्लेसेस के बारे।

युक्सोम
युक्सोम सिक्किम की सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है। युक्सोम शहर पहाड़ो पर बसा है। यहां सिर्फ और सिर्फ बर्फीले पहाड़ और बड़े-बड़े पेड़ देखने को मिलते है। सिक्कीम का नामची शहर ताजी हवाओं और मनमोहक सुंगधो के लिए जाना जाता है। यह शहर हिमाच्छादित पहाड़ों और वुडलैंड पर्वत घाटियों का एक सुंदर दृश्य है। यह जगह सिक्कीम के सबसे मशहूर जगहों में से एक है। 

यह जगह प्राकृतिक हवा और सुंगध प्रेमियों के लिए खासकर है। पर्यटन की दृष्टि से यह बेहद ही रोमांचक और खास जगह है। सिक्किम राज्य की शोभा बढ़ाने में इस शहर का एक अहम योगदान है। पर पर्यटन के खास नजाकत से यह शहर सैलानियों को अपने करीब 
रोक लेता है।

गंगटोक
सिक्किम की राजधानी गंगटोक भी अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध दिन है। यह शहर कभी न खत्म होने वाली पगडंडियों, भव्य चांदी-देवदार के पेड़ों आदि देश में प्रसिद्ध है। यहां के खूबसूरत वादियां पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। राजधानी गंगटोक राज्य की राजधानी के साथ साथ पर्यटन क्षेत्रों के राजधानी रूप में देखा जा सकता है।
 
यह जगह पर्वतीय आकर्षण और सदा बाहर पौधों से परिपूर्ण है। यहाँ मन को शांति, तथा आंखों को पर्वत के आकर्षण के साथ साथ हरे भरे जंगलों के अवलोकन करने का खास नमूना है। यहां पहाड़ों पर पड़ी बर्फ की चादर और बीच में हरे पौधे बेहद खूबसूरत लगते हैं।

एनचे मोनेस्ट्री 
इस मठ का निर्माण 19 वीं सदी में हुआ। यह मठ सिक्किम के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। इसकी खासियत यह है कि यह मठ चीनी पैगोडा डिजाइन का एक वास्तुशिल्प मिरिकल है। यह चीन के पवित्र पर्वत से प्रेरित है जो ज्ञान के देवता, जम्पीलांग के आध्यात्मिक आवास भी था।
 
इसलिए इस मठ को सिक्कीम में अधिक महत्व है।अध्यात्म की रोचक जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए भ्रमण करने वाले लोगों के लिए यह बेहद खास स्थान है। यहां ऐसे पर्यटकों की हर  की समस्या का समाधान हो जाता है। 

त्सोमगो झील
यह झील सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 38 किमी दूर त्सोमगो झील स्थित है। यह झील सिक्कीम के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। पथरीले पहाड़ की स्थलाकृति और ऊंचे-ऊंचे पड़ाहो से होकर एक टेढ़-मेढ़ी रास्तों और पगडंडीयो से गुजर कर त्सोमगो झील तक पहुंचा जा सकता है। बर्फ से ढके पहाड़ के साथ यह झील बेहद ही सुंदर दिखाई देती है।

यह झील पर्यटन की दृष्टि से बेहद खूबसूरत है। झील के शीतल जल और हवा का झोंका पर्यटकों के का मन मोहने में कामयाब रहता है साथ ही अपना दीदार करने के लिए अपने चुंबकीय आकर्षण बल से उनके पांव रोक लेता है।

नामची
सिक्कीम का नामची शहर ताजी हवा और मनमोहक सुंगध के लिए जाना जाता है। यह शहर हिमाच्छादित पहाड़ों और वुडलैंड पर्वत घाटियों का एक सुंदर दृश्य है।यह जगह सिक्कीम के सबसे मशहूर जगहों में से एक है।
 
यह जगह प्राकृतिक हवा और सुंगध प्रेमियों के लिए किसी उपहार से कम नहीं है। आकर्षण के दृष्टि से यह शहर बेहद खास है। शहर के खास नजाकत के कारण दूरदराज से पर्यटक यहां आते रहते हैं। पर्वत घाटियों के सुंदर परिदृश्य का अवलोकन या आसानी से किया जा सकता है।