इस शहर में मरने पर है बैन, पिछले 70 सालों से नहीं हुई है एक भी मौत

नॉर्वे में लॉन्ग इयरबेन नामक एक ऐसी जगह है जहाँ पर कोई भी मर नहीं सकता है। जी हाँ, इस शहर में 70 सालों से किसी की मौत नहीं हुई है। नार्वे को मिडनाइट सन के नाम से भी जाना जाता है। इस देश में मई से लेकर जुलाई महीने तक सूरज नहीं डूबता है। यहां पर लगातार 76 दिनों तक दिन रहता है और रात नहीं होती है। यहां के लॉन्ग इयरबेन में ठंड के मौसम में तापमान इतना कम हो जाता है कि जिंदा रहना मुश्किल हो जाता है। भीषण ठंड की वजह से यहाँ डेड बॉडी कई सालों तक ऐसी की ऐसी ही पड़ी रहती है। यही वजह है कि प्रशासन ने यहाँ पर इंसानों की मौत पर बैन लगाकर रखा गया है।

जानिए क्या है कानून
लॉन्ग इयरबेन  में  ठंड के मौसम में तापमान इतना कम हो जाता है कि जिंदा रहना मुश्किल हो जाता है। भीषण ठंड की वजह से यहाँ डेड बॉडी कई सालों तक ऐसी की ऐसी ही पड़ी रहती है। यही वजह है कि प्रशासन ने यहाँ पर इंसानों की मौत पर बैन लगा रखा है।

कुछ वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया कि साल 1917 में यहां पर इनफ्लुएंजा से पीड़ित एक शख्स की मौत हुई थी। उस व्यक्ति के शव को लॉन्ग इयरबेन में दफन किया गया था। लेकिन एक जांच में पता चला कि उसके शव में अभी तक इनफ्लुएंजा के वायरस हैं। इस जांच के बाद प्रशासन ने इस इलाके में लोगों के मरने पर रोक लगा दी है ताकि शहर को किसी भी महामारी से बचाया जा सके। 2000 आबादी वाले इस शहर में अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे प्लेन से दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया जाता है और मरने के बाद उसी जगह पर शख्स का अंतिम संस्कार किया जाता है।