असम का काजीरंगा नेशनल पार्क 7 महीने बाद पर्यटकों के लिए खुला, पढ़ें पूरी जानकारी

असम का प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (नेशनल पार्क) और टाइगर रिजर्व को सात महीने के बाद फिर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते देशभर के सभी पर्यटन स्थलों को मार्च महीने में बंद कर दिया गया था। लेकिन अब अनलॉक की प्रक्रिया के तहत धीरे-धीरे पयर्टक स्थलों को खोला जा रहा है। इसी बीच काजीरंगा नेशनल पार्क 21 अक्टूबर यानि कल से पर्टकों के लिए खुल गया है। आपको बता दें कि पार्क घूमने आए पर्यटकों के सामान्य नियमों के साथ कोरोना संबंधित प्रोटोकॉल भी लागू किए गए हैं। बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य जीप सफारी के साथ पार्क के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। 

पर्यटक 1 नवंबर से कर सकेंगे हाथी की सवारी  
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के निदेशक, पी शिवकुमार ने कहा कि पर्यटक अब हाथी की सवारी भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पार्क में हाथी की सवारी के अलावा जीप सफारी की भी अनुमित मिल गई है। यहाँ आने वाले पर्यटक 1 नवंबर से हाथी की सवारी कर सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि पार्क के अंदर खराब मौसम और सड़क की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा केवल काजीरंगा रेंज, कोहोरा और बागोरी पर्यटकों के लिए होगी। पार्क के निदेशक ने इस बात की जानकारी भी दी कि काजीरंगा नेशनल पार्क में और नए पांच पर्यटन स्थलों को जोड़ने की तैयारी चल रही है। 
 

इसे भी पढ़ें: 7 महीने बाद पर्यटकों के लिए खोला गया स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी, जानें इससे जुड़ी ख़ास बातें


दुनियाभर में एक सींग वाले गेंडों की सबसे अधिक आबादी के लिए है प्रसिद्ध 
काजीरंगा नेशनल पार्क देश ही नहीं दुनियाभर में बहुत प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय उद्यान असम के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है। काजीरंगा एक सींग वाले गैंडों की सबसे अधिक आबादी के लिए प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि इस राष्ट्रीय पार्क को 1985 में यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल के रूप में घोषित किया गया था। काजीरंगा नेशनल पार्क में एक सींग वाले गैंडे, जंगली पानी वाली भैंस और पूर्वी दलदली हिरण दुनिया में सबसे अधिक आबादी में पाए जाते हैं। यही वजह है कि यह राष्ट्रीय उद्यान दुनियाभर में प्रसिद्ध है। हर साल दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं और सफारी का आनंद लेते हैं।