'मंदिरों के शहर' के नाम से मशहूर है तमिलनाडु का यह शहर

तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले में स्थित चिदंबरम शहर को दक्षिण भारत के 'मंदिर शहर' के रूप में जाना जाता है। अपनी शुद्ध द्रविड़ संस्कृति और शानदार वास्तुकला के कारण, चिदंबरम भारत के सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। हर साल हजारों तीर्थयात्री इस पवित्र शहर में घूमने आते है। यहाँ भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्ध चिदंबरम नटराजर मंदिर है। घंटियों की आवाज़ और आकर्षक वातावरण और महान आतिथ्य के साथ भजनों की धुन इस शहर को यात्रियों का आनंद देती है। आज के इस लेख में हम आपको चिदंबरम शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे - 

पिचवारम मैंग्रोव जंगल
चिदंबरम का पिचवारम मैंग्रोव जंगल दक्षिण भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह जंगल 1,100 हेक्टेयर में फैला हुआ है और बंगाल की खाड़ी तक अपनी जगह बना रखी है। इसके रेतीले किनारे यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। इस जंगल में वनस्पतियों और जीव जन्तुओं की कई प्रजातियां मौजूद हैं। यहां लगभग 177 तरह के पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा आप यहां झींगा, केकड़ा, कछुआ आदि भी देख सकते हैं। 

थिलाई नटराजर मंदिर 
थिलाई नटराजर मंदिर चिदंबरम का प्रमुख पर्यटक स्थल है। इस मंदिर को चिदंबरम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह प्राचीन शिव मंदिर 40 एकड़ में फैला है। यहाँ भगवान शिव की पूजा यहाँ नटराज के रूप में की जाती है। थिल्लई नटराज मंदिर 10 वीं शताब्दी में बनाया गया था और यह दक्षिण भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। मंदिर के अंदर दीवार की नक्काशी और कलाकृतियां भरत मुनि द्वारा भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैली, भरतनाट्यम की नींव रखने वाली मुद्राओं द्वारा नाट्य शास्त्र को प्रदर्शित करती हैं। इस मंदिर में हर साल महा शिवरात्रि के अवसर पर वार्षिक नाट्यंजलि नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है।

थिलाई काली अम्मन मंदिर
थिलाई काली अम्मन मंदिर, थिलाई नटराज मंदिर के उत्तर में स्थित है। इस मंदिर में देवी काली अपने पीठासीन देवता के रूप में हैं। इस मंदिर के बारे में प्रचलित कहानी के अनवर एक बार देवी पार्वती भगवान शिव के साथ एक नृत्य प्रतियोगिता हारने के बाद क्रोधित हो गई थीं जिसके बाद उन्होंने काली का रूप धारण किया और उनका यहाँ आगमन हुआ। इस मंदिर में कुछ शिलालेख भी मौजूद हैं, जिसमें प्राचीन समय की कुछ जानकारियां अंकित हैं। यहाँ हर शुक्रवार औऱ रविवार को विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। मंदिर में माँ काली के अलावा माँ दुर्गा और भगवान मुर्गन की भी मूर्तियां स्थापित हैं।

थिरुवेटकलम मंदिर
चिदंबरम में स्थित थिरुवेटकलम मंदिर का विशेष ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। कहा जाता है कि थिरुवेटकलम मंदिर उसी स्थान पर स्थित है, जहाँ भगवान शिव ने युद्ध के दौरान अपने धनुष को तोड़कर अर्जुन को हराया था। वहीं, अन्य कहानियों के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ अर्जुन ने भगवान शिव से पशुपति प्राप्त किया था। थिरुवेटकलम मंदिर में, भगवान शिव को पसुपेश्वरा के रूप में पूजा जाता है। यहाँ पीठासीन देवता के साथ, कई अन्य देवताओं को समर्पित अन्य छोटे मंदिर हैं। 

पिचावरम बैकवाटर 
अगर आप रोमांच के शौक़ीन हैं तो चिदंबरम में पिचावरम बैकवाटर की सैर कर सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौक़ीन लोगों के बीच यह जगह बहुत लोकप्रिय है। यहाँ पर्यटकों के लिए बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है, जिससे आप मैंग्रोव के जंगल की सैर कर सकते हैं। यहाँ के शुद्ध और प्राकृतिक वातावरण में आपको सुकून का अनुभव होगा।