रजवाड़ी ठाट, इस्लाम वास्तुकला से परिपूर्ण मध्य प्रदेश का भव्य हाथी महल, एक बार घूमने जरूर जाएं 

मध्य प्रदेश भारत के खूबसूरत राज्यों में शुमार है। मध्य प्रदेश में कई ऐसे आकर्षण स्थान है जहां प्राकृतिक खूबसूरती और पहाड़ी आकर्षण का दीदार किया जा सकता है।बेहतरीन स्थानों से लैस मध्य प्रदेश अपने आकर्षण के चुंबकीय बल से पर्यटकों को अपनी ओर खींचने में कामयाब रहा है। यहां के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक हाथी महल प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। हाथी महल मध्य प्रदेश के धार जिले के मांडू शहर में स्थित है। यह महल एक विशाल संरचना और अद्भुत वास्तुकला के लिए खूब प्रचलित है।यह महल मालवा से संबंधित है।महल की सबसे खास बात यह है कि हाथी की तरह दिखने वाला यह एक विशाल महल हैं और यही कारण है कि इसे हाथी महल के नाम से जाना जाता है। महल से 100 किलोमीटर की दुरी पर खूबसूरत प्राचीन इमारतें हैं जिसे रॉक सिटी के नाम से जाना जाता है और संरचना वाला यह महल यहां आने वाले पर्यटकों के दिल को खूब भाता है।

महल का इतिहास 

मांडू गांव के इस महल का इतिहास सदियों पुराना है।महल को मांडव गढ़ के नाम से भी जाना जाता है।मध्य प्रदेश के इस खूबसूरत जगह को 11 वीं सदी के बाद महत्ता मिलनी प्रारंभ हुई है।तारंग साम्राज्य द्वारा बनाया गया यह महल ऐतिहासिक मान्यताएं और संस्कृति से समृद्ध है। मंदिर का खूबसूरत इतिहास आज भी इसके आकर्षण में चार चांद लगा देता है। 16वी शताब्दी में अस्तित्व में आने वाला यह महल आज भी खूबसूरती का मिसाल कायम किए हुए अडिग खड़ा है।12वीं शताब्दी से मुगलों और खिलजी शासकों के आक्रामक नियंत्रण के अधीन रहा यह महल 18वीं सदी तक पर्यटन के आकर्षण का केंद्र बन चुका है।औपनिवेशिक युग तक आक्रामकों के अधीन रहने वाला यह महल आज अपनी कीर्ति विश्व में स्थापित कर चुका है। यह खूबसूरत महल अब दरिया खान के मकबरे के रूप में स्थापित हो चुका है। मकबरे की सबसे खूबसूरत बात यह है कि यह लाल रंग की लालिमा से रंगा हुआ है जो पर्यटकों को काफी दूर से आकर्षित कर लेता है। आक्रांताओं के अधीन रहने के बावजूद  यह आज भी अपनी प्रसिद्धि के लिए लोकप्रिय है।

महत्वपूर्ण जानकारियां 

1.महल में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। महल पर्यटकों के सैलाब से भरा रहता है। यह कोई हैरानी की बात नहीं कि विशाल खूबसूरत महलों में से हाथी महल एक है। इस्लामिक वास्तुकला के असाधारण स्थानों में से एक यह स्थान गौरवशाली इमारत के रूप में इतिहास के पन्ने में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल में यह महल भी शामिल हैं। 

2.महल में जाने का समय- महल का दर्शन करने किसी भी समय आया जा सकता है। उत्तम समय सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच का माना जाता है। 

3.एंट्री फीस- हाथी महल एक खूबसूरत भावे महल है। यह जान कर हैरानी होगी कि यहां प्रवेश शुल्क शून्य है। यहां आने वाले पर्यटक बिना किसी एंट्री फीस के महल की भव्यता का दीदार कर सकते हैं।

4.समय- विशाल महल को संपूर्ण रूप से निहारने और उसकी दीपिका का अवलोकन करने में 1 घंटे से 1.5 घंटे का समय लग सकता है।

महल का आकर्षण 

हाथी महल बेहद ही खूबसूरत स्थान है। महल की खासियत यहां बने विशाल स्तम्भ से है। इन्हें विशाल स्तंभों के कारण ही इसे हाथी महल के नाम से पुकारा जाता है। यह खूबसूरत महल इंडो इस्लामिक स्थापत्य शैली से बना हुआ है। भव्य पत्थरों से इस मंदिर को राजवाड़ी ठाट से परिपूर्ण विशाल महल के रूप बनाया गया है। मंदिर की भव्यता और दिव्यता लोगों को दिलों को भा लेती है। समुद्र तल से 600 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति यह महल आकर्षण के हर पहलुओं पर अनोखा है। मंदिर की खूबसूरती यहाँ लगे विशाल खंभे और भव्य पत्थरों से दोगुनी हो जाती है। शाही आवास के प्रारूप में तैयार किया गया इस महल को वर्तमान में सुन्दर मकबरे में तब्दील कर दिया गया है। वर्तमान समय में यहां घूमने जाने वाले पर्यटन मंदिर के आंतरिक व बाहरी हिस्से में कई मकबरे देखने को मिल जाते हैं।महल का सबसे शानदार हिस्सा पैलेस के बीच इसका भव्य गुम्बद है। विशाल काया के प्रारूप में तैयारियां महल महल के अंदर विशाल खंभे पर गुम्बद पूरी तरह संतुलित पर खड़ा है। यह आकर्षण करने वाला मनोरम दृश्य हर किसी को अपनी भव्यता से चौंका देता है। वास्तु की दृष्टि से भी यह बेहद खास है। हाथी महल को देखने आने वाले पर्यटक आज भी इसकी भव्यता की गुणगान और साथ में कारीगरों का बखान करते है।इस्लामी शैली से बनी खूबसूरत मस्जिद भी आप यहां आसानी से देख सकते हैं। भव्य महल की खूबसूरती पर यहां आने वाले पर्यटक खूब आनंद लेते हैं। महल की भव्यता को देखकर हर व्यक्ति इसे अपनी यादों की डायरी में सजाने को बेताब रहता है।

कैसे पहुंचे 

यह खूबसूरत महल मांडू गांव में स्थित है। यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।हवाई मार्ग द्वारा इस खूबसूरत महल तक जाने के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा इंदौर है। यह महल से 99 किलोमीटर की दूरी पर है।

रेल मार्ग का चयन करने पर यहां से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन रतलाम है।यह रेलवे स्टेशन विभिन्न प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। 

सड़क मार्ग के जरिये मांडू कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यह स्थान उज्जैन से मात्र 154 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं धार से लगभग 35 और भोपाल से 285 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां सड़क मार्ग के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।