दिल्ली की खौफनाक खूनी नदी, जल स्पर्श करते ही इंसान को लेती है निगल

राजधानी दिल्ली में घूमने कई मशहूर स्थान है।ऐतिहासिक इमारत, प्रशासनिक भवन समेत कई आकर्षण दृश्य देखने को मिलते है।दिल्ली का ही एक ऐसा स्थान है, जहां जाने से हर व्यक्तियों की रूह कांप जाती है। खौफनाक मंजर वाली यहाँ की तस्वीरें दिल दहला देती है।दिल्ली का मशहूर स्थान कैंट रोड का नाम हर किसी ने सुना है,परंतु इसी स्थान पर स्थिति भयावह खूनी नदी के बारे में हर कोई नहीं जानता। रूहानी ताकतों से भरा यह स्थान बेहद खतरनाक माना जाता है। इस बेहद खौफनाक नदी के चर्चे सालों पुराने है।भय और खौफ जैसे किताबी शब्दों को यहां हकीकत में देखा जा सकता है।

रूहानी ताकतों वाली नदी 

खूनी नदी पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी इलाके में बहने वाली एक भयावह नदी है। नदी आस पास की हरियाली से भरी हुई, यहाँ का नजार बेहद शानदार है।इलाके की खूबसूरती बिल्कुल इसके उलट है क्योंकि यह खूबसूरती खतरनाक मंजर और भयावहता की तस्वीर प्रदर्शित करती है।इस नदी को खूनी नदी समेत कई अन्य नामों से भी लोग जानते है।खूनी खान झील के नाम से भी यह भयावह नदी मशहूर है।यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है कि रात्रि के समय इस स्थान से चीखने और रोने की भयावह आवाज सुनाई देती है।यह डरावनी भयावह आवाज लोगों के कानों में पडते शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, भय का आलम पसर जाता है। 

आत्मा का साया 

इस डरावनी नदी के आस पास अमूमन कोई दिखाई नहीं पड़ता है। माना जाता है कि नदी के आसपास के इलाकों में किसी आत्मा का साया है, हालांकि अभी तक इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। यहां से चीखने चिल्लाने वाली आवाजें सुनते ही स्थानीय लोग सहम जाते है। लोगों का मानना है कि यहां आए दिन डरावनी चीखने, चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती रहती है और लगातार मौत की भी खबरें सामने आती है।इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों के दिल में डर ने अपनी जगह बना ली है। इसी डर और खौफ के कारण यहां आसपास के इलाके में कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आता है।नदी के आसपास से आने वाली आवाजों और मौत की खबरें इसे और डरावना बना देती है।

1857 स्वतंत्रता संग्राम से संबंध 

खूनी नदी का संबंध 1857 में हुए स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार यह माना जाता है कि 1857 की लड़ाई के दौरान अंग्रेजो के शव को इसी नदी में फेक दिया गैया था।बागी अंग्रेजों की लाशों को इसी नदी में फेंक दिया जाता था।खूनी नदी नाम पड़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण यही माना जाता है। इसी कारण से इस नदी के आस पास आत्माओं का साया मंडराता रहता है ऐसा यहां के स्थानीय लोगों का मानना है।

जगह से संबंधित लोगों के दावे 

स्थानीय लोगों के मान्यता के अनुसार यह स्थान बेहद ही डरावना और खौफनाक है।लोगों का मानना है कि जो भी व्यक्ति नदी के इस पानी को स्पर्श करता है उसे खूनी नदी देखते ही देखते अपने अंदर समाहित कर लेती है।संपूर्ण शरीर नदी के अंदर समाहित हो जाता है, लोगों का मानना है नदी के जल को स्पर्श करते ही नदी लोगों को अपने अंदर बिना उन्हें स्पर्श किए निगल लेती है।इस स्थान पर कई लोग मौत के घाट उतर चुके हैं। अभी तक यहां मरने वाले लोगों की मौत का असल कारण नहीं पता चला है, कुछ लोगों की मौत को आत्महत्या बताया जाता है, तो कई लोगों की मौत का पता ही नहीं चलता है।लोगों का मानना है कि यहां मरने वाले लोगों की आत्मा यहां भ्रमण करती है, यहां आस पास आने वाले लोगों की जान भी इन्हीं आत्मा द्वारा ली जाती है।

दिल के कमजोर लोग न जाए 

यह स्थान मिस्ट्री से प्रेम करने वाले लोगों के लिए बेहद शानदार है। खतरनाक जगहों घूमने उनसे संबंधित खबरों और इतिहास को उकेरने वाले लोगों के लिए यह स्थान महत्वपूर्ण है। यह स्थान इतिहास के कई कहानियों से जुड़ा हुआ है, यही कारण है कि यह रहस्यमय स्थान है। रहस्यमयी कहानियों को जानना रहस्यमयी कहानियों के प्रति विशेष लगाव वाले लोगों के लिए यह परफेक्ट स्थान है।रहस्य की खोज में निकले पर्यटक यहां अवश्य जा सकते है परंतु उसके लिए विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। ऐसे स्थानों पर बिना सावधानी के कोई भी कदम आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। ऐसे स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बरतने की बहुत आवश्यकता होती है।