बांधवगढ़ में जंगल सफारी के अलावा लें इन चीजों का आनंद

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है। यह मध्य प्रदेश का एक ऐसा राष्ट्रीय उद्यान है जो 32 पहाड़ियों से घिरा है। यहां शेर आसानी से देखा जा सकता है। बाघों का गढ़ (बांधवगढ़) 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इस उद्यान में एक मुख्य पहाड़ है जो 'बांधवगढ़' कहलाता है। 811 मीटर ऊँचे इस पहाड़ के पास छोटी-छोटी पहाड़ियाँ हैं। पार्क में साल और बंबू के वृक्ष प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाते हैं। बाँधवगढ़ से सबसे नजदीक विमानतल जबलपुर में है जो 164 किलोमीटर की दूरी पर है।

बांधवगढ़ में देखने लायक जगहें

किला

बाँधवगढ़ की पहाड़ी पर 2 हजार वर्ष पुराना किला बना है।

जंगल

बाँधवगढ़ का वन क्षेत्र विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जन्तुओं से भरा हुआ है। जंगल में नीलगाय और चिंकारा सहित हर तरह के वन्यप्राणी और पेड़ हैं।

वन्यप्राणी

इस राष्ट्रीय उद्यान में पशुओं की 22 और पक्षियों की 250 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। हाथी पर सवार होकर या फिर वाहन में बैठकर इन वन्यप्राणियों को देखा जा सकता है।

आरक्षित वन क्षेत्र

यह राष्ट्रीय उद्यान एक छोटा पार्क है, जो सुगठित होने के साथ ही खेलों से भरा हुआ है। बाँधवगढ़ में बाघों की संख्‍या भारत में सबसे अधिक है। इस राष्ट्रीय उद्यान के महत्‍व और संभाव्‍यता को देखते हुए इसे 1993 में 'प्रोजेक्‍ट टाइगर नेटवर्क' में जोड़ा गया था। इस आरक्षित वन का नाम इसके मध्‍य में स्थित 'बांधवगढ़ पहाड़ी' (807 मीटर) के नाम पर रखा गया है, जो विन्ध्यांचल पर्वत श्रृंखला और सतपुड़ा पर्वतश्रेणी के पूर्वी सिरे के बीच स्थित है और यह मध्य प्रदेश के शहडोल और जबलपुर ज़िलों में है।

कैसे पहुँचें

बांधवगढ़ जाने के लिए खजुराहो और जबलपुर के हवाई अड्डे अच्छे विकल्प हो सकते हैं। मध्य रेल मार्ग पर जबलपुर, कटनी और सतना तथा दक्षिण पूर्वी रेल मार्ग पर उमरिया नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं। जबलपुर, कटनी और उमरिया से इस अभ्यारण्य तक पहुँचने के लिए बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं।