एशिया का सबसे बड़ा गुलाबों का गार्डन हरियाणा, जानिए इसे क्यों कहा जाता है 'भगवान का निवास'

किसानी और पहलवानी के लिए प्रसिद्ध भारत का राज्य हरियाणा पर्यटन की दृष्टि से भी खास है। यह भारत एक ऐसा राज्य है जिसके कला और संस्कृति का अनुसरण पूरे भारत में किया जाता है। यह राज्य ऐतिहासिक धरोहर, खद जलवायु और विचित्र परिदृश्यों के लिए खूब प्रसिद्ध है। 

हरियाणा की संस्कृति, तहजीब, आधुनिक इमारतें, लहलहाते हरे-भरे खेत यहां कि खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। दूध और मक्खन की भूमि से जाने जाने वाला यह राज्य इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। हरियाणा के पर्यटकीय खूबसूरती पर मंत्र मुग्ध लोग दूर-दराज से घूमने जरूर आते हैं।
 
यहां आस्था की प्रतिक कई मंदिरों के साथ साथ जलीय आकर्षण से परिपूर्ण झीलों के आनंद का लुत्फ उठाया जा सकता है। खास बात यह है कि एशिया का सबसे बड़ा और खूबसूरत गुलाबों के फूलों का गार्डन भारत के इसी राज्य में मौजूद है। धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों दृष्टि से यह राज्य महत्वपूर्ण है। अगर आप हरियाणा की यात्रा करना चाहते हैं तो इस लेख को अवश्य पढ़ें। आइए जानते है  हरियाणा का इतिहास और कुछ मशहूर पर्यटक स्थलों के बारे में।

हरियाणा का इतिहास 

सन 1966 में पंजाब के पूर्वी हिस्से से अलग करके हरियाणा को पूर्ण राज्य बनाया गया। हरियाणा के इतिहास को समझने से पहले "हरियाणा" का शाब्दिक अर्थ का जानना महत्वपूर्ण है। हरियाणा शब्द हिंदी के 2 शब्दों 'हरी और अयान' के संयोजन से बना हुआ है। यहाँ हरि का अर्थ 'भगवान' और अयान का अर्थ 'भगवान का निवास' है। शाब्दिक अर्थ के अनुसार हरियाणा का अर्थ देवता का निवास होता है। 

राज्य के भीतर हुई खुदाई के आधार पर पुरातात्विक साक्ष्यों ने हड़प्पा और हड़प्पा सभ्यता के अस्तित्व को भी माना है। यहाँ के कुछ जगहों का उल्लेख महाकाव्य महाभारत में भी किया गया है, जिनमें पानीपत, तिलपूत, और सोनीपत जैसे स्थान शामिल हैं। हरियाणा के आकर्षण बिंदुओं में संस्कृति, इतिहास, धार्मिक और ऐतिहासिक घटनाओं के साथ-साथ प्राकृतिक खूबसूरती जैसे झील, बागानी आदि है। आइए जानते हैं कुछ अन्य आकर्षक स्थानों के बारे में 

सूरजकुंड शिल्प मेला
हरियाणा के सूरजकुंड जिले में लगने वाला यह शिल्प मेला हर वर्ष आयोजित किया जाता है। लगभग एक पखवाड़े 14 दिन तक चलने वाले इस शिल्प मेले में हरियाणा ही नहीं बल्कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और अन्य राज्यों से भी लोग आते है। सूरजकुंड शिल्प मेले का मुख्य उद्देश्य एक मंच प्रदान करना है, जिस मंच पर सर्वोच्च प्रतिभाशाली स्थानीय कारीगर आपने शिल्प कला को प्रदर्शित कर सकें। इस शिल्प मेले में बड़े पैमाने पर दस्तकार, शिल्पकार, खानदानी, पकवानों के उस्ताद भाग लेते हैं। यहाँ हथकरघा (हाथ से बनी वस्तुए) का नज़ारा देखने योग्य रहता है।

कुरुक्षेत्र 
हरियाणा का प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल कुरुक्षेत्र का जिक्र महाकाव्य महाभारत में किया गया था। यह एक धार्मिक स्थल है। यहीं कौरव और पांडवों के बीच महाभारत का भीषण युद्ध हुआ था। ज्ञान, उपदेश से इस जगह का खास महत्व है, क्योंकि यहीं भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। यह स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण है। कुरुक्षेत्र में आस्था का प्रतीक बिरला मंदिर के साथ-साथ श्री कृष्ण म्यूजियम और हरियाणा धरोहर म्यूजियम भी है। कुरुक्षेत्र को जानने व परखने के लिए हजारों पर्यटक यहा आते हैं।

अंबाला 
हरियाणा के प्रमुख स्थानों में एक अंबाला सबसे पुराना शहर है। अंबाला आस्था के प्रतिक गुरुद्वारों से भरा हुआ है। यहां अनेक श्रद्धालु मनोकामना पूर्ण होने की दुआ और गुरुद्वारों का दर्शन करने आते है। यहाँ के प्रमुख गुरुद्वारों में शीशगंज गुरुद्वारा, गुरुद्वारा मंजी साहिब के साथ-साथ दूसरे मशहूर पर्यटन स्थल भी हैं।

चंडीगढ़ 
हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ बहुत खूबसूरत शहर है। चंडीगढ़ शहर का मुख्य आकर्षण लेटेस्ट फैशनल और लजीज खाने से है।  इसके साथ ही चंडीगढ़ में प्राकृतिक खूबसूरती, जलीय आकर्षण के कई साक्ष्य मौजूद हैं। जिनमें रोज गार्डन, सुखना झील, रॉक गार्डन, और पिंजौर गार्डन आदि शामिल हैं। यहाँ बाहर से आने वाले पर्यटकों का सैलाब जारी रहता है।
 
चंडीगढ़ का रोज गार्डन, एशिया का सबसे बड़ा गुलाबों का गार्डन है। यह 1967 में जाकिर रोज गार्डन के नाम से स्थापित हुआ था। 17 एकड़ में फैला हुआ यह गार्डन गुलाब के फूलों की लालिमा और खुशबुओं से अशेष सुंदरता प्रदान करता है। यहाँ की खास बात यह है कि यहाँ गुलाब के फूलों की हर प्रकार की प्रजातियां पायी जाती है।